वाणी बिगड़ी तो जीवन बिगड़ जायेगा= सुकन मुनि

वाणी बिगड़ी तो जीवन बिगड़ जायेगा= सुकन मुनि
सोजत सिटी, 23 जुलाई
वाणी मनुष्य को अन्य प्राणियों से अलग करती है। यह विचारों, भावनाओं और ज्ञान को व्यक्त करने का शक्तिशाली माध्यम है। वाणी का सदुपयोग जीवन में अनेक लाभ प्रदान करता है। ये पावन उदगार श्रमण संघ प्रवर्तक सुकन मुनि ने कोट का मोहल्ला स्थित बड़ा जैन स्थानक में चातुर्मास प्रवचन श्रृंखला के दौरान व्यक्त किए।
संत प्रवर ने कहा कि वाणी का उपयोग अपनी भावनाओं, विचारों और अनुभवों को व्यक्त करने के लिए किया जा सकता है। यह आत्म-समझ और व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वाणी का दुरुपयोग भी किया जा सकता है। झूठ बोलना, गाली देना, और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करना दूसरों को नुकसान पहुंचा सकता है और रिश्तों को खराब कर सकता है। इसलिए, सदैव सत्यवादी, मधुर और विनम्र वाणी का प्रयोग करना चाहिए।
*वाणी एक शक्तिशाली उपकरण है = अमृत मुनि*
श्रमण संघ उपप्रवर्तक अमृत मुनि महाराज ने कहा कि वाणी एक शक्तिशाली उपकरण है जिसका उपयोग जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है। इसका सदुपयोग करके हम विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं, ज्ञान फैला सकते हैं, रचनात्मकता व्यक्त कर सकते हैं, सामाजिक परिवर्तन ला सकते हैं, मनोरंजन कर सकते हैं, प्रेरित कर सकते हैं और आत्म-अभिव्यक्ति कर सकते हैं। वाणी का उपयोग सामाजिक मुद्दों को उठाने, जागरूकता फैलाने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है। प्रेरणादायक भाषण और सामाजिक कार्यकर्ताओं के संदेश लोगों को प्रेरित करते हैं और उन्हें बेहतर समाज बनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
धर्म सभा में संत डा वरूण मुनि ने कहा कि
जुबान हमारी शक्ति है, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल होने पर यह हथियार भी बन सकती है। यह ज़रूरी है कि हम अपनी जुबान को नियंत्रित करना सीखें ताकि हम इसका सदुपयोग कर सकें और दूसरों को नुकसान न पहुंचाएं। धर्म सभा का आगाज संत अखिलेश मुनि के मीठा बोले रे मानवी थारा नाम सपूतों में होय के गीत से हुआ। श्रद्धालु श्रावक श्राविकाओं ने गीत की सामूहिक स्वर लहरियों से आनंद से सराभोर हुए। गुरु भगवंतो के पावन दर्शनों हेतु चेन्नई, बैंगलोर, पूना क्षेत्रों से श्रद्धालु श्रावक श्राविकाओं का कस्बे में आने का सिलसिला अनवरत जारी है। संतो के सानिध्य में जप तप त्याग करने की होड़ लगी हुई है।