ईपिक कार्ड नहीं है तो भी कर सकेंगे अपना मतदान :- चौहान

ईपिक कार्ड नहीं है तो भी कर सकेंगे अपना मतदान :- चौहान
द भास्वर टाईम्स समाचार पत्र न्यूज नेटवर्क
ईपिक कार्ड नहीं है तो भी कर सकेंगे अपना मतदान :- चोहान
सोजत । सहायक रिटर्निंग अधिकारी उपखण्ड अधिकारी एवं उपखण्ड मजिस्ट्रेट सोजत कुसुम लता चौहान ने बताया कि अगर किसी मतदाता के पास एपिक कार्ड नही है तो भी
12 अन्य वैकल्पिक पहचान दस्तावेज दिखा कर भी दे सकेंगे वोट । मतदाता अपने वोटर कार्ड को मोबाइल एप वोटर हेल्प लाइन द्वारा भी डाऊनलोड कर सकते है । चौहान ने बुथ लेवल अधिकारी व पर्यवेक्षकों की बैठक मे बताया कि किसी मतदाता के पास ईपिक कार्ड नहीं है, तो चिन्ता नही करे , वे बिना एपिक के भी मतदान कर सकेंगे। लेकिन उनके पास 12 अन्य वैकल्पिक पहचान दस्तावेजों में से कोई एक होना चाहिए। मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग बिना किसी परेशानी के कर सकें, इसके लिए निर्वाचन आयोग ने कुछ दिशा निर्देश जारी किए हैं। लोक सभा चुनाव को लेकर जारी दिशा निर्देशों के अनुसार यदि किसी वोटर का नाम मतदाता सूची में दर्ज है, लेकिन उसके पास किसी वजह से निर्वाचक फोटो पहचान पत्र उपलब्ध नहीं है तो भी वह वैकल्पिक पहचान दस्तावेज दिखाकर मताधिकार का उपयोग कर सकेगा। उन्होंने बताया कि अन्तिम प्रकाशन के समय मे सोजत विधानसभा मे 246974 मतदाता थे जिनमे 126358 पुरूष 120609 स्त्रियां व 7 तृतीय लिंग मतदाता है । सभी को विभाग द्वारा मतदाता पहचान पत्र जारी किया गया है ।
ये है वैकल्पिक दस्तावेजः कुसुम लता चौहान ने बताया कि 12 वैकल्पिक फोटोयुक्त पहचान दस्तावेजों में आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटो सहित पेंशन दस्तावेज, केंद्र-राज्य सरकार-पीएसयू-सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों की ओर से कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंक-डाकघर की ओर से जारी फोटोयुक्त पासबुक, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों-विधायकों- एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र और भारत सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय की ओर से दिव्यांगजनों को जारी यूनिक डिसेबिलिटी आईडी शामिल है। विधानसभा के सभी मतदाताओं को शीतला सप्तमी के शुभकामनाएं देते हुये कहा की लोकतंत्र के महापर्व मतदान दिवस आगामी 26 अप्रैल को भी त्योहार के रूप मे मनाया जाये । यह जानकारी मनोहर पालडिया ने दी ।