पुलिसकर्मी बनकर लूटपाट करने वाली अन्तर्राज्यीय गैंग का रानी पुलिस ने किया पर्दाफाश

पुलिसकर्मी बनकर लूटपाट करने वाली अन्तर्राज्यीय गैंग का रानी पुलिस ने किया पर्दाफाश।
पाली/पुलिस अधिक्षक चूनाराम जाट ने बताया कि आरिपियो ने दो वारदात को अंजाम दिया है
- पहली वारदात 14 मई को अपरान्ह मूलचंद निवासी बोरड़ी पुलिस थाना रानी ने थाने पर उपस्थित होकर एक रिपोर्ट दी जिसमे बताया कि मैं मेरी पत्नी चिकित्या प्रयोजन से पाली जाने के लिए नाडोल बस स्टैण्ड पर बस का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान एक युवक ने हमारे पास आकर हमारे कहा जाने के बारे में पूछा तो उनके द्वारा भी पाली जाना कहकर अपनी कार में बिठा दिया। हम दोनों कार में पीछे बैठे थे और पीछे वह लड़का भी बैठ गया। कार में चालक व एक अन्य व्यक्ति आगे बैठे थे। नाडोल से रवाना होने पर कुछ ही दूरी पर चलकर उन्होंने अपने आप को पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि आगे नाकाबंदी चल रही है, कोई लूट हुई है। आप अपना गहना उतारकर इस लिफाफे में डाल दो। जैसे ही हमने हमारे गहने लिफाफे में डाले तो हमारे पास बैठे व्यक्ति ने दूसरा लिफाफा पकड़ा दिया। देवली के पास जाकर हमें कहा कि हमें वापस जाना है तुम दोनों यहाँ पर उतर जाओ। हमने थोड़ी देर बार चैक किया तो लिफाफे में मोबाईल के चार्जर व वायर मिला। इस प्रकार हमारे गहने व दागीने चोरी कर ले गये।।
- दुसरी वारदात - इसी प्रकार कृष्णादेवी निवासी पीलोवनी पुलिस थाना खिंवाड़ा ने थाना में उपस्थित होकर14.मई सोमेसर पर पाली जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उनके पास आकर पूछकर उसके गन्तव्य जानकर पाली तक अपनी कार में छोड़ने हेतु कहकर कार में बिठाया। गाड़ी में बैठने पर कार में बैठे व्यक्तियों द्वारा स्वयं को पुलिस वाले बताये और चोरों को पकड़ने व नाकाबंदी होने की बात बताई और डराया व कहा कि पुलिस परेशान करेगी अन्यथा अपने गहने लिफाफे में डाल दो। महीला ने गहने लिफाफे में डाले तो उन्होंने लिफाफा सील कर दिया और चकमा देकर दूसरा लिफाफा पकड़ा दिया।
आरोपियों ने ग्राम टेवाली पुलिस थाना गुड़ा एंदला पहुंचने पर उन्होंने चौकी में जाकर अन्य लड़के से पूछताछ करने की आवश्यकता बताकर उसे नीचे उतार दिया उसके बाद घर पहुंचने पर लिफाफा चैक किया तो गहने नही मिले।
- पुलिस को घटना कि जानकारी प्रकाश में आते ही थानाधिकारी पुलिस थाना रानी द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए नाडोल व सोमेसर स्थित केमरों को चैक करवाया तो घटना में कार की संलिप्तता प्रकाश में आई। सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से संदिग्धों को फोटो प्राप्त किए।
- सम्पूर्ण जिले में कार के मलिक की जानकारी प्राप्त कर तत्काल चितोड़गढ पुलिस के माध्यम से पंजीकृत स्वामी से पूछताछ की गई तो पाया वह कार उसी के पास है तथा घटना से कोई लेना देना नहीं है। अतः इस जानकारी पर पुनः दूसरी दिशा में अनुसंधान प्रारम्भ कियापुलिस ने गम्भीरता कब देखते हुए संलिप्त अपराधियों को पकड़ने के लिए थानाधिकारी रानी के नेतृत्त्व में टीमों का गठन किया गया ।
- टीम ने पारम्परिक एवं गैर पारम्परिक तरीकों से साक्ष्य इकठ्ठे करने के लिए टीम द्वारा विभिन्न स्थानों से कार नं. के आधार पर सी सी टीवी फुटेज प्राप्त कर संदिग्धों द्वारा अपनाए गए रूट की जानकारी प्राप्त की गई। रूट से संबंधित स्थानों पर मुखबीर द्वारा पारम्परिक एवं गैर पारम्परिक तरीकों से साक्ष्य संकलित किए गए।
- पुलिस टीम द्वारा प्राप्त विभिन्न स्रोतों से जानकारी के आधार पर कुछ संदिग्धों की गतिविधियों संदिग्ध पाई गई जिन पर लगातार 10 दिनों तक निगरानी रखी गई।
7जून को संदिग्धों को दस्तयाब करने बाबत टीम को उत्तर प्रदेश व दिल्ली के लिए रवाना किया गया। - टीम द्वारा संदिग्धों को कन्नौज के तीर्चा कस्बे के एक होटल से तीनों संदिग्धों को दस्तयाब कर प्रारम्भिक पूछताछ कर संलिप्तता के तथ्य प्रकाश में आने पर तीनों को उनके द्वारा दोनों वारदातों में प्रयुक्त कार सहित थाना रानी लाकर गहन पूछताछ प्रारम्भ की गई।
पुलिस पूछताछ के दौरान संदिग्धों ने दोनों वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने इसरार उर्फ वसीम , अंकित, नाजिम निवासी दिल्ली को गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्तों से गहन अनुसंधान किया जा रहा है तथा उनसे लूटे गये माल की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे है।