पाली शहर में निकाली महावीर जयंती शोभायात्रा

पाली शहर में निकाली महावीर जयंती शोभायात्रा ।
पाली/भगवान महावीर के 2623वें जन्म कल्याणक महोत्सव (भगवान महावीर जयंती) को लेकर रविवार सुबह पाली शहर में गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में पहली बार 150 महिलाओं की टीम भगवान महावीर के संदेश लिखी तख्तियां लेकर चल रही थी। जिनक जरिए सदाचार, शाहकार, अंहिसा, जियो ओर जीने दो जैसे संदेश दिए। रास्ते में जगह-जगह शोभायात्रा पर फूल बरसाकर, आइस्क्रीम आदि की मनुहार कर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने स्वागत किया। शोभायात्रा में शामिल 40 झांकियां, 20 बैंड, 20 भजन मंडलिया, 5 बग्गियां, बीजापुर का कड़कधारी ढोल, ओला-बूलेट रैली शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र रहे।रविवार सुबह साढ़े 7 बजे बागर मोहल्ला श्री संघ सभा भवन से गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा रवाना हुई। जो सोजतिया बास, गोल निम्बडा, देरासर मंदिर, गजानंद मार्ग, सर्राफा बाजार, घी का झंडा, धानमंडी, रूई कटला, राणा प्रताप चौक, पुराना बस स्टैंड, डागा सर्किल, वर्धमान मार्केट, मुनिसुव्रत मंदिर होते हुए अणुव्रत नगर पहुंच सम्पन्न हुई। जहा महाप्रसादी में करीब 5 हजार जैन समाजबंधु पहुंचे।
- भगवान महावीर के जैकारों से गूंजा पाली शोभायात्रा में पूरे रास्ते युवा ढोल और बैंड पर नाचते हुए चलते नजर आए। साथ ही भजन मंडलियां भगवान महावीर के भजन गाते हुए चल रही थी। वही महिला-पुरुष भगवान महावीर के जैकारे लगाते हुए चल रहे थे।
- शोभायात्रा जिन-जिन रास्तों से गुजरी वहां स्वागत में लोगों ने फूल दिया मतदान और अहिंसा का संदेश शोभायात्रा में झांकियों के जरिए भगवान महावीर के जीवन चरित्र को लेकर संदेश दिए गया।
- मतदान करने का भी संदेश दिया गया। शोभायात्रा में शामिल वृद्धजनों के लिए ई रिक्शे की व्यवस्था भी देखने को मिली। जिसे लम्बी दूरी तक चलने में असक्षम लोगों को बिठाया गया।
- शोभायात्रा में महिलाएं लाल चूंदड़ी, लड़कियां सलवार सूट और पुरुष सफेद ड्रेस पहने नजर आए।