मौत को कोई नही टाल सकता= सुकन मुनि

मौत को कोई नही टाल सकता= सुकन मुनि

मौत को कोई नही टाल सकता= सुकन मुनी

सोजत 

श्रमण संघ प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज ने कहा कि मृत्यु जीवन का एक अनिवार्य सत्य है। यह एक ऐसा सच है जिससे कोई बच नहीं सकता। यह जीवन का अंत है, लेकिन यह एक नई शुरुआत भी हो सकती है। मृत्यु के बारे में कई अलग-अलग विचार हैं। कुछ लोग इसे डरावना मानते हैं, तो कुछ लोग इसे जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा मानते हैं। संत सुकन मुनि कोट का मोहल्ला स्थित बड़ा जैन स्थानक में चातुर्मास प्रवचन श्रृंखला के दौरान धर्म सभा में बोल रहे थे। प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज ने कहा कि मृत्यु के बारे में डरना स्वाभाविक है। यह एक अज्ञात चीज है, और हम नहीं जानते कि मृत्यु के बाद क्या होता है। यह डर हमें जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है। हम अपने जीवन का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहते हैं क्योंकि हम जानते हैं। मृत्यु को स्वीकार करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब हम मृत्यु को स्वीकार करते हैं, तो हम जीवन का अधिक आनंद ले सकते हैं। हम अपने प्रियजनों के साथ अधिक समय बिता सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कर सकते हैं।

*मृत्यु से पहले जीवन का आनंद उठाए=  अमृत मुनि* 
चातुर्मासिक प्रवचन श्रृंखला के दौरान संत अमृत मुनि ने कहा कि मृत्यु जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह एक ऐसा सच है जिससे कोई बच नहीं सकता। हालांकि, मृत्यु के बारे में डरना स्वाभाविक है, लेकिन हमें इसे स्वीकार करना चाहिए। मृत्यु को स्वीकार करने से हम जीवन का अधिक आनंद ले सकते हैं।
संत श्री ने कहा कि मृत्यु एक ऐसा सत्य है जिससे कोई भी नहीं बच सकता। यह डरना स्वाभाविक है, लेकिन इस डर को हमेशा अपने जीवन पर हावी नहीं होने देना चाहिए। मृत्यु जीवन का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत भी हो सकती है। इस विचार को अपनाकर आप मृत्यु के डर को कम कर सकते हैं। जब हम जानते हैं कि जीवन अनमोल है तो हम हर पल को खूबसूरती से जीने की कोशिश करते हैं।

धर्म सभा में संत महेश मुनि, संत अखिलेश मुनि, संत डॉ वरुण मुनि ने बताया कि जीवन को एक उपहार के रूप में देखें और इसका पूरा आनंद लें। याद रखें, आप अकेले नहीं हैं। कई लोग मृत्यु के डर से जूझते हैं। लेकिन आप इस डर पर काबू पा सकते हैं और एक खुशहाल जीवन जी सकते हैं।