पाली/बड़े धूमधाम के साथ निकाली भगवान परशुराम जयंती शोभायात्रा

पाली/बड़े धूमधाम के साथ निकाली भगवान परशुराम जयंती शोभायात्रा।
पाली में भगवान परशुराम जंयती महोत्सव के तहत शुक्रवार को ब्राह्मण समाज बंधुओं की ओर से गाजे-बाजे के साथ भगवान परशुराम की शोभायात्रा निकाली। इसमें भस्म रमाते कलाकारों का शिव तांडव नृत्य शहर वासियों के खासा आकर्षण का केंद्र रहा। साथ ही झांकियों के जरिए जल और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इसमें मैसेज लिखकर संदेश दिया कि आज पानी नहीं बचाया तो भविष्य में पानी को पेट्रोल-डीजल के भाव खरीदना पड़ेगा।शोभायात्रा का रास्ते में जगह-जगह फूल बरसाकर स्वागत किया गया। शहर के विभिन्न रास्तों से होते हुए शोभायात्रा नागा बाबा बगीची पहुंचकर सम्पन्न हुई। इसके बाद महाप्रसादी का आयोजन किया गया,
- जिसमें बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग शामिल हुए। सुबह बाईसी बगीची आम्बलेश्वर महादेव मंदिर से शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ रवाना। भगवान परशुराम का स्वांग रचे युवाओं की टीम शोभायात्रा की अगुवाई करते हुए चली। उसके पीछे-पीछे ब्राह्मण समाजबंधु भगवान परशुराम के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।
- शोभायात्रा में शामिल महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चली। इस दौरान युवाओं की टीम पूरे रास्ते हाथों से भगवान परशुराम का रथ खींचते हुए चली।
- रास्ते में सूरजपोल पर शिव सेना के सोहन सिंह राव के नेतृत्व में शिव सैनिकों ने फूल बरसाकर शोभायात्रा का स्वागत किया।
- आम्लेश्वर महादेव मंदिर बाईसी बगीची से रवाना हुई शोभायात्रा शहर के गांधी मूर्ति, अम्बेड़कर नगर, सूरजपोल, सोमनाथ मंदिर, सर्राफा बाजार, पानी दरवाजा,भैरूघाट, नरसिंह टॉकिज, गांधी मूर्ति होते हुए नागा बागा बगीची पहुंचकर सम्पन्न हुई। उसके बाद महाप्रसादी का आयोजन किया गया,
- बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाजबंधुओं ने हिस्सा लिया।
- झांकियों से दिया जल और पर्यावरण बचाने का संदेश
- शोभायात्रा में 12 से ज्यादा झांकियां शामिल हुई। इसमें भगवान परशुराम के जीवन चरित्र, भगवान शिव सहित विभिन्न देवी-देवताओं की आकर्षक झांकियां प्रमुख थी।
झांकी के जरिए जय जल और पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया।