संतों के पदार्पण से सोजत हुआ धन्य श्रमण संघ के वरिष्ठ संतो ने किया दिव्य मंगल प्रवेश

संतों के पदार्पण से सोजत हुआ धन्य  श्रमण संघ के वरिष्ठ संतो ने किया दिव्य मंगल प्रवेश

संतों के पदार्पण से सोजत हुआ धन्य

श्रमण संघ के वरिष्ठ संतो ने किया दिव्य मंगल प्रवेश 

 द भास्वर टाईम्स News Network 

Report by हरीश गहलोत सोजत 

सोजत सिटी/जैन धर्म की दिव्य विभूति मरुधर केसरी मिश्रीमल जी महाराज के सुशिष्य प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज एवं उप प्रवर्तक अमृत मुनि महाराज
ने अपने सहयोगी संतो के साथ नगर में चातुर्मास हेतु दिव्य मंगल प्रवेश किया। इस मौके पर सोजत सहित देशभर के  सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मंगल प्रवेश यात्रा में हिस्सा लेकर अपनी श्रद्धा एवं समर्पण भाव प्रकट किए।

सोमवार सवेरे 09 बजे चांदपोल गेट वाटर वर्क्स स्थित पुष्प शांति लुंकड़ वाटिका से जैसे ही गुरुदेव सुकन मुनि महाराज उपप्रवर्तक अमृत मुनि महाराज अपने शिष्य समुदाय सहित बाहर निकले समूचा क्षेत्र अहिंसा के अवतार श्रमण भगवान महावीर एवं मरुधर केसरी मिश्रीमल जी महाराज, संत रूपचंद जी महाराज के जय जयकारों से गुंजायमान हो गया।

संतों की एक झलक पाने को आतुर दिखे श्रद्धालु
प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज, ज्योतिष सम्राट अमृत मुनि महाराज, संत महेश मुनि, संत अखिलेश मुनि एवं संत डा वरूण मुनि के दो दशक बाद कस्बे में होने वाले वर्षावास को लेकर जैन जैनेतर समुदाय में खासा उत्साह उमंग छाया रहा। जैन संतो की एक झलक पाने को कस्बेवासी आतुर दिखे। सवेरे 09 बजे श्रमण संघ के संत मंडली की विजय यात्रा गुरु भगवंतों की जय जयकारों से शुरू हुई। मंगल प्रवेश यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई कोट का मोहल्ला स्थित बड़ा स्थानक पहुंची। जैन स्थानक के बाहर सोजत श्री संघ चातुर्मास समिति के पदाधिकारी एवं श्री संघ, महिला संघ युवा संघ के सदस्यों ने वंदन नमन कर सभी संतो की अगुवाई की। प्रवेश यात्रा के भारी मात्रा में श्रावक श्राविकाएं साक्षी बने।
मंगल प्रवेश यात्रा जैन स्थानक में धर्म सभा में परिवर्तित हो गई। महिला मंडल की श्राविकाओं ने स्वागत मंगल गीत से जैन संतो का अभिनंदन किया।

संतो के समागम को व्यर्थ ना गंवाए प्रवर्तक सुकन मुनि 
धर्म सभा में प्रवर्तक सुकन मुनि ने कहा कि मानव जीवन अनमोल हैं। हम इसका सम्यक सदुपयोग करें। अनंत अनंत पुण्यवाणी के बलबूते पर साधु संतो का समागम मिलता है। साधु संतो के समागम की महत्ता को समझे एवं इसे व्यर्थ ना गंवाए। संतो के पावन सानिध्य में मानव जीवन को सार्थक करें।

धर्म ध्यान व तप त्याग से जीवन को संवारे =अमृत मुनि
 श्रमण संघ के उप प्रवर्तक अमृत मुनि महाराज ने कहा कि वर्षाकालीन चातुर्मास में श्रावक श्राविकाएं ज्यादा से ज्यादा धर्म ध्यान, जप जाप, तप त्याग साधना आराधना कर अपने जीवन को संवारने का सदप्रयास करे। उन्होंने कहा कि श्रावक श्राविकाएं प्रतिदिन एक सामायिक साधना अवश्य करे। नवकार महामंत्र की एक माला का जाप प्रतिदिन अवश्य करे। महामंत्र नवकार के स्मरण से व्यक्ति को आधी व्याधि से छुटकारा मिलेगा एवं उन्हें दिव्य शांति आनंद की अनुभूति होगी। धर्म सभा को संत महेश मुनि, संत अखिलेश मुनि, संत डा वरूण मुनि ने भी संबोधित किया।

संघ ने किया बहुमान
देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लब्ध प्रतिष्ठित  समाज सेवी नरेश बोहरा, महावीर भंडारी, महेंद्र भंसाली, विमल मेहता, पारसमल लोढ़ा, गौतम चंद कवाड़, ललित कोठारी, महावीर सोजतिया, संजय कोठारी, दिनेश भलगट, विजय राज गांधी, हंसराज गुंदेचा तथा संघ प्रमुखों का श्री गुरु मरुधर केसरी रूप सुकन चातुर्मास समिति के तत्वाधान में स्वागत कर बहुमान किया गया। सोजत सिटी श्री संघ प्रमुखों व चातुर्मास व्यवस्था समिति के पदाधिकारीयों ने देश के सुदूर क्षेत्रों से आए संघ प्रमुखों का माल्यार्पण कर एवं शाल ओढ़ाकर साफा पहनाकर बहुमान किया। समारोह के बाद लाभार्थी परम गुरु भक्त लुंकड़ परिवार द्वारा सामूहिक भोजन प्रसादी में श्रावक श्राविकाओं आतिथ्य स्वीकारा।

कार्यक्रम में इन्होंने की शिरकत
पूर्व विधायक संजना आगरी, सोजत नगरपालिका चेयरमैन जुगल किशोर निकुम ने संतों की धर्म सभा में शिरकत कर ऐतिहासिक अभूतपूर्व चातुर्मास की शुभकामनाएं अभिव्यक्त की। 

चार माह होंगे अनेक धार्मिक कार्यक्रम
चातुर्मास समिति महामंत्री महावीर लुंकड़ ने बताया की गुरु भगवन्तों की पावन निश्रा में वर्षावास के चार माह के दौरान विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रतिदिन प्रार्थना, प्रवचन,तत्व एवम धर्म चर्चा का आयोजन चातुर्मास स्थल बड़े स्थानक में होगा।

यह रहें उपस्थित
चार्तुमास व्यवस्था समिति के संरक्षक केवलचन्द धोका, चेयरमैन भंवरलाल पगारिया, अध्यक्ष पदम धोका, कार्याध्यक्ष चंद्र प्रकाश लोढ़ा,  मुख्य मार्गदर्शक चैनराज अखावत,  महामंत्री महावीर लुंकड़, संघठन मंत्री महावीर धोका, कोषाध्यक्ष मंगल मुनोत वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहनराज अखावत, नौरतमल गुंदेचा, बाबूलाल  बोहरा, रिखबचंद मुनोत, प्रवीण बोहरा, मनीष लुंकड़, विकास धोका, अंकुर बलाई, सहित अनेक सोजत प्रवासी एवं स्थानीय गुरुभक्त उपस्थित रहें। वहीं आदिनाथ जैन युवा संघ द्वारा जुलूस यात्रा में सुंदर व्यवस्थाएं की गई।